HANUMAN TEMPLE TARA GARH, AJMER श्री हनुमान-बजरंग मन्दिर तारा गढ़

HANUMAN TEMPLE TARA GARH, AJMER
 श्री हनुमान-बजरंग मन्दिर, तारा गढ़
CONCEPTS & EXTRACTS IN HINDUISM
By :: Pt. Santosh Bhardwaj
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ॐ गं गणपतये नम:।
अक्षरं परमं ब्रह्म ज्योतीरूपं सनातनम्।
निराकारं स्वेच्छामयमनन्तजम्॥
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि
[श्रीमद्भगवद्गीता 2.47]
अजमेर में आनासागर झील के किनारे तारा गढ़ पहाड़ी पर हनुमान जी का यह मंदिर स्थित है। यहाँ भक्तों को  नैसर्गिक वातावरण में भक्ति और आध्यात्मिक शाँति प्राप्त होती है। यह बजरंगगढ़ हनुमान मंदिर के नाम से जाना जाता है। यहाँ से आनासागर और दौलतबाग के साथ ही अजमेर शहर के विहंगम दृश्य को भी देखा जा सकता है।
इस प्राचीन मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा का मुँह खुला है। इससे भक्तों द्वारा अर्पित किया गया प्रसाद सीधे ही हनुमान जी के मुँह में पहुँचता है।
रामू नाम का एक बंदर यहाँ कई वर्षों से हनुमान के सच्चे भक्त के रूप में उनकी सेवा कर रहा है। यह रोजाना पैर धुलवाता है, तिलक निकलवाता है, पूजा करता है और भक्तों को आशीर्वाद भी देता है।
मंदिर परिसर में काफी खुला स्थान है और यहाँ नारियल चढ़ाने का स्थान तथा कबूतरों को दाना डालने का स्थान बनवाया गया है। मंदिर तक जाने के लिए पहाड़ी पर सीढ़ियाँ बनी हैं। यहाँ पर लाल पत्थर लगे हैं, जिन पर बैठने की मनाही है।
यहाँ हनुमान जयंती पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। मंदिर दिनभर दर्शनों के लिए खुला रहता है और मंगलवार को दोपहर 12 से 4 के बीच में प्रसाद नहीं चढ़ता।
I studied at Regional college of Education (NCERT), Ajmer from 1968-1972 and acquired B.Sc., B.Ed. degree from there. Now, its Regional institute of Education, Ajmer. Ajmer is the abode of Brahma Ji.

    
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संतोष महादेव-धर्म विद्या सिद्ध व्यास पीठ (बी ब्लाक, सैक्टर 19, नौयडा)